मंदिर में एक बावड़ी (कुआं) था, जिसकी छत 10 साल पहले बनाई गई थी।पुजा के दौरान बावड़ी की छत पर 20-25 लोग बैठे थे, अचानक छत गिर गई।
इंदौर (मध्यप्रदेश): इंदौर के एक मंदिर में रामनवमी पर बृहस्पतिवार को आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी डॉ. टी. इलैयाराजा ने "पीटीआई-भाषा" को बताया कि हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल की मदद से बचाव अभियान जारी है और अब तक करीब 20 लोगों को बचाया जा चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन ऐसे सार्वजनिक स्थानों को चिह्नित करेगा, जहां इस तरह के हादसे होने की आशंका है।
अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आई और इस दौरान मंदिर की एक दीवार तोड़ कर पाइप इसके भीतर डाला गया और बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी। रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था।
हादसे के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी एक घंटे तक मौके पर एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी।