खान की कानूनी टीम ने हालांकि आश्वासन दिया कि वह सात मार्च को अदालत में पेश होंगे जिसके बाद पुलिस दल वापस लौट गया।
लाहौर : इस्लामाबाद पुलिस की एक टीम रविवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशखाना मामले में गिरफ्तार करने के लिए उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंची। खान की कानूनी टीम ने हालांकि आश्वासन दिया कि वह सात मार्च को अदालत में पेश होंगे जिसके बाद पुलिस दल वापस लौट गया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के उपाध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वारंट में “गिरफ्तारी” का कोई उल्लेख नहीं है क्योंकि इस्लामाबाद सत्र अदालत ने उन्हें तोशखाना मामले में सात मार्च को पेश होने के लिए कहा है।
क्रिकेटर से राजनेता बने 70 वर्षीय इमरान पिछले साल वजीराबाद में जानलेवा हमले में गोली लगने के बाद चोट से उबर रहे हैं। इससे पहले वह इस मामले में तीन बार सुनवाई में शामिल नहीं हुए थे।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख तोशखाना (सरकारी खजाना) से रियायती मूल्य पर प्रधानमंत्री के रूप में प्राप्त एक महंगी ‘ग्रैफ’ कलाई घड़ी सहित अन्य उपहार लाभ के लिए बेचने को लेकर निशाने पर रहे हैं।
अदालत ने पिछले हफ्ते खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया और उनके बार-बार अदालत में पेश होने में विफल रहने पर सुनवाई सात मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।
इस बीच, लाहौर पुलिस ने कंटेनर लगाकर खान के जमान पार्क आवास की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया है। फिलहाल खान के आवास के पास दंगा निरोधक पुलिस और भीड़ को हटाने के लिये पानी की बौछार करने वाली गाड़ियां मौजूद हैं। उनकी पार्टी को डर है कि पुलिस कभी भी खान के घर पर छापा मार सकती है। हालांकि, इसने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इस तरह के किसी भी प्रयास को विफल कर देंगे।
पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. उस्मान अनवर ने एक बयान में कहा कि खान के मामले में अदालत के आदेश को लागू करने के लिए पंजाब पुलिस इस्लामाबाद पुलिस का सहयोग करेगी। उन्होंने हालांकि यह नहीं कहा कि पुलिस खान को गिरफ्तार करने जा रही है।
उन्होंने कहा, “अदालती आदेश पर अमल में पंजाब पुलिस इस्लामाबाद पुलिस की मदद करेगी।”
प्रधानमंत्री के विशेष सहायक अताउल्ला तरार ने संवाददाताओं को बताया कि इस्लामाबाद पुलिस सात मार्च को तोशखाना मामले में एक अदालत के समक्ष पेश होने के लिए उन्हें एक नोटिस देने के लिए खान के आवास पर गई थी। तब उन्हें मामले में अभ्यारोपित किया जाएगा।.
तरार ने कहा, “आज इमरान खान ने खुद को जमान पार्क के एक कमरे में बंद कर लिया। खान के चीफ ऑफ स्टाफ शिबली फराज ने कहा कि जब इस्लामाबाद पुलिस अदालत का नोटिस देने आई तो वह घर पर नहीं थे। लेकिन खान बाद में अपने घर से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिखाई दिए।”
खान की गिरफ्तारी की आशंका की खबरों के बीच बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता जमान पार्क पहुंच गए। पीटीआई के वरिष्ठ नेता शफकत महमूद ने कहा, “इमरान खान की गिरफ्तारी हमारे सब्र का इम्तिहान है और हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
इस्लामाबाद पुलिस अदालत का आदेश देने के लिए जब उनके आवास के बाहर मौजूद थी तब खान अपने आवास पर ‘जेल भरो तहरीक’ (गिरफ्तारी अभियान) में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की सभा में बोल रहे थे। खान ने दावा किया कि “वे” उन्हें अदालत में पेशी के दौरान रास्ते में मारना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया, “उन्होंने अदालत में पेशी के दौरान मुझे मारने की एक और योजना बनाई है।”.
उन्होंने सेना के अप्रत्यक्ष संदर्भ में कहा, “मैं पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखूंगा कि मेरे खिलाफ 74 झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। मुझे उन लोगों से अपनी जान का खतरा है, जो मेरी रक्षा करने वाले हैं।”.
उन्होंने कहा, “(प्रधानमंत्री) शहबाज शरीफ और (गृह मंत्री) राणा सनाउल्लाह जैसे अपराधियों का उदाहरण लें, जो लोगों की हत्या और उनकी जान लेने की कोशिश (पिछले साल नवंबर में वजीराबाद में) में शामिल थे।” खान ने अपनी पार्टी के नेताओं और सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं पर क्रूर यातना के लिए एक शीर्ष आईएसआई अधिकारी के संदर्भ में “डर्टी हैरी” का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “डर्टी हैरी एक मनोरोगी है। वह एक बीमार आदमी है। ऐसे लोगों से मेरी जान को खतरा है।”. इससे पहले इस्लामाबाद पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि लाहौर पुलिस के सहयोग से खान को गिरफ्तार करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है।
इस्लामाबाद पुलिस ने कहा, “इमरान खान गिरफ्तारी से बच रहे हैं। पुलिस अधीक्षक इमरान के कमरे में गए थे लेकिन वह वहां मौजूद नहीं थे। इस्लामाबाद पुलिस इमरान खान को अपने संरक्षण में इस्लामाबाद स्थानांतरित करेगी। कानून सभी के लिए समान है। अदालती आदेश के क्रियान्वयन में बाधा डालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”