रिजर्व बैंक के अनुसार, मूल्य के हिसाब से मार्च, 2023 में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट 2,000 रुपये के थे।
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के निर्णय के बाद से 76 प्रतिशत नोट यानी 2.72 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकों में वापस आ गये हैं। इनमें से ज्यादातर नोट लोगों ने अपने बैंक खाते में जमा कराए हैं। केंद्रीय बैंक ने 19 मई, 2023 को अचानक से 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने का निर्णय किया था। लोगों से बैंक जाकर 30 सितंबर तक 2,000 रुपये के नोट अपने खातों में जमा करने या दूसरे मूल्य के नोट से बदलने को कहा गया है।
रिजर्व बैंक के अनुसार, मूल्य के हिसाब से मार्च, 2023 में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट 2,000 रुपये के थे। यह 19 मई, 2023 को कारोबारी समय खत्म होने के बाद घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये रह गया था।
रिजर्व बैंक ने बयान में कहा, ‘‘बैंकों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 19 मई को 2,000 रुपये के नोट चलन से हटाने के निर्णय के बाद से 30 जून, 2023 तक 76 प्रतिशत यानी 2.72 लाख करोड़ रुपये के नोट वापस आ गए हैं।’’
बयान के अनुसार, ‘‘इसके परिणामस्वरूप 30 जून को कारोबारी समय समाप्त होने के बाद चलन में 84 हजार करोड़ रुपये के 2,000 के नोट रह गये थे।’’ विभिन्न बैंकों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 2,000 रुपये के जो नोट वापस आए हैं, उसमें से करीब 87 प्रतिशत लोगों ने अपने बैंक खातों में जमा किए हैं, जबकि 13 प्रतिशत अन्य मूल्य के नोट से बदले गए हैं।