नमक सत्याग्रह को 1930 के दांडी मार्च के नाम से भी जाना जाता है और यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना है।
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ऐतिहासिक ‘‘दांडी मार्च’’ की वर्षगांठ पर महात्मा गांधी तथा इसमें भाग लेने वाले अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दीं और कहा कि इसे विभिन्न प्रकार के अन्याय के खिलाफ दृढ़ प्रयास के तौर पर याद रखा जाएगा। नमक सत्याग्रह को 1930 के दांडी मार्च के नाम से भी जाना जाता है और यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना है।
ब्रिटिश शासन के विरूद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत गांधी के नेतृत्व में ‘सत्याग्रहियों’ ने 12 मार्च- पांच पांच अप्रैल के दौरान अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से तटीय गांव डांडी तक की यात्रा की थी और ब्रिटिश सरकार के नमक कानून का उल्लंघन करते हुए समुद्री पानी से नमक बनाया था।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं बापू और दांडी मार्च में भाग लेने वाले अन्य सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। यह हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे विभिन्न प्रकार के अन्याय के खिलाफ एक दृढ़ प्रयास के रूप में याद रखा जाएगा।.