केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ कांग्रेस और द्रमुक 2जी, 3जी, 4जी पार्टियां हैं।
वेलूर (तमिलनाडु) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वंशवाद की राजनीति और कथित भ्रष्टाचार को लेकर रविवार को कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को ‘‘2जी, 3जी, 4जी’’ पार्टियां करार देते हुए कहा कि तमिलनाडु में इन्हें उखाड़ फेंकने तथा ‘‘धरती पुत्र’’ को सत्ता देने का समय आ गया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन द्वारा पिछले नौ वर्षों में तमिलनाडु के लिए केंद्र की विशेष योजनाओं के बारे में बताने की मांग पर शाह ने उड्डयन, रेलवे और सड़कों सहित राज्य के लिए नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की विभिन्न पहल के बारे में विस्तार से बताया।
भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की नौ साल की उपलब्धियों को रेखांकित करने के लिए यहां आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का विरोध करने के लिए दोनों दलों पर निशाना साधा और भारत के साथ कश्मीर को एकीकृत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ कांग्रेस और द्रमुक 2जी, 3जी, 4जी पार्टियां हैं। मैं 2जी (स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले) की बात नहीं कर रहा हूं। 2जी का मतलब दो पीढ़ी, 3जी का मतलब तीन पीढ़ी और 4जी का मतलब चार पीढ़ी है।’’
शाह ने दोनों दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मारन परिवार (द्रमुक का) दो पीढ़ियों से भ्रष्टाचार कर रहा है। करुणानिधि परिवार तीन पीढ़ियों से भ्रष्टाचार कर रहा है। गांधी परिवार 4जी है। राहुल गांधी चौथी पीढ़ी हैं और चार पीढ़ियों से वे सत्ता का आनंद ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि ‘‘2जी, 3जी, 4जी को बाहर कर दिया जाए और तमिलनाडु की सत्ता धरती पुत्र को दी जाए।’’शाह ने उपस्थित लोगों से पूछा कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाना चाहिए था या नहीं, और ‘‘कश्मीर हमारा है या नहीं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस और द्रमुक, दोनों ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद को रद्द करने का विरोध किया था।
शाह ने कहा, ‘‘ये दोनों दल कांग्रेस और द्रमुक अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ थे। पांच अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया और कश्मीर को भारत के साथ एकीकृत कर दिया।’’ उन्होंने द्रमुक और कांग्रेस पर 2004 से 2014 तक 10 साल की अवधि के दौरान हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि नौ साल से सत्तारूढ़ राजग सरकार के खिलाफ ऐसे कोई आरोप नहीं हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), मदुरै की स्थापना को लेकर स्टालिन की टिप्पणी के लिए पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि जब द्रमुक केंद्र में 18 साल सत्ता में थी, तब उसने तमिलनाडु में इसकी स्थापना के लिए कदम नहीं उठाए ‘‘बल्कि केवल भ्रष्टाचार में डूबी रही।.
उन्होंने तमिलनाडु के लिए केंद्र की विभिन्न पहल को रेखांकित किया। शाह ने तमिलनाडु को धन के हस्तांतरण में कई गुना वृद्धि, रक्षा गलियारे का आवंटन, दो वंदे भारत ट्रेन सेवा, नया एकीकृत एयरपोर्ट टर्मिनल, विभिन्न जिलों में 11 मेडिकल कॉलेज, चेन्नई और मदुरै समेत कई प्रमुख रेलवे स्टेशन का कायाकल्प, कोयंबटूर में नया ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, 62 लाख शौचालय और 2500 किलोमीटर सड़क निर्माण का जिक्र किया।
तमिल भाषा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र के प्रयास का भी शाह ने उल्लेख किया। शाह ने कहा कि कई वैश्विक मंचों पर प्रधानमंत्री ने तमिल भाषा, इसके प्रतीक, तमिल संस्कृति और साहित्य की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध तमिल कृति ‘तिरुक्कुरल’ का 13 भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है। शाह ने काशी और सौराष्ट्र तमिल संगमम की शुरुआत का भी उल्लेख किया।
मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच मामल्लपुरम में 2019 के शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यहां बातचीत के लिए पड़ोसी देश के नेता को आमंत्रित करके तमिलनाडु के पर्यटन को बढ़ावा दिया।
उन्होंने पिछले महीने मोदी द्वारा संसद के उद्घाटन के दौरान संसद में सेंगोल (राजदंड) की स्थापना की भी प्रशंसा की। शाह ने कहा कि इसके अलावा, उम्मीदवार अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) परीक्षा और राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) तमिल में लिख सकते हैं, जो तब नहीं था जब कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सत्ता में था, जिसमें द्रमुक एक प्रमुख घटक थी।
यह विश्वास जताते हुए कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों में 300 सीटों के साथ सत्ता में वापसी करेगी शाह ने कहा कि वह चाहते हैं तमिलनाडु से राजग के 25 सांसद हों। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनमें से कुछ को मंत्रिमंडल में भी शामिल किया जा सकता है। कार्यक्रम में शाह को स्मृति चिह्न के रूप में एक ‘सेंगोल’ भेंट किया गया। इससे पहले, शाह ने चेन्नई में भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई सहित पार्टी के नेताओं की एक बैठक में भाग लिया।