पीएसएलवी-सी54 के प्रक्षेपण के 17 मिनट बाद लक्षित कक्षा में पहुंचने पर पृथ्वी अवलोकन उपग्रह या ओशनसैट सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग हो गया और उसे करीब...
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने शनिवार को पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ओशनसैट) और आठ अन्य उपग्रहों को सफलतापूर्वक ध्रुवीय कक्षाओं (सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट) में पहुंचा दिया।.
इसरो ने एक ट्वीट में कहा, “पीएसएलवी-सी54/ईओएस-06 मिशन पूरा हुआ। शेष उपग्रहों को भी उनकी लक्षित कक्षाओं में पहुंचा दिया गया है।”
Another success for PSLV and ISRO! All 9 satellites have been successfully placed in their respective orbits! #ISRO #PSLVC54 https://t.co/Qg4gdkHmaH
— ISRO Spaceflight (@ISROSpaceflight) November 26, 2022
यह पीएसएलवी की 56वीं उड़ान थी। मिशन 2022 में अंतरिक्ष एजेंसी के लिए पांचवां और आखिरी बताया जा रहा है।
चेन्नई से करीब 115 किलोमीटर दूर यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले ‘लॉन्च पैड’ से 44.4 मीटर लंबा रॉकेट 25.30 घंटे की उलटी गिनती के बाद पूर्वाह्न 11 बजकर 56 मिनट के पूर्व निर्धारित समय पर अपने अभियान पर रवाना हुआ।
पीएसएलवी-सी54 के प्रक्षेपण के 17 मिनट बाद लक्षित कक्षा में पहुंचने पर पृथ्वी अवलोकन उपग्रह या ओशनसैट सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग हो गया और उसे करीब 742 किलोमीटर की ऊंचाई पर कक्षा में स्थापित कर दिया गया। वहीं, वैज्ञानिकों द्वारा रॉकेट की ऊंचाई कम कर लगभग 528 किलोमीटर करने के बाद अन्य उपग्रहों को क्रमिक रूप से ध्रुवीय कक्षाओं में पहुंचाया गया।
मिशन निदेशक एस. आर. बीजू ने कहा, “पीएसएलवी-सी54 मिशन दो घंटे की उड़ान अवधि के बाद सफलतापूर्वक पूरा हुआ।”.
ईओएस-6 ओशनसैट श्रृंखला में तीसरी पीढ़ी का उपग्रह है।
इससे पहले, मिशन नियंत्रण केंद्र में अपने संबोधन में इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि ईओएस-06 को लक्षित कक्षा में बखूबी स्थापित करने की उपलब्धि सफलतापूर्वक हासिल कर ली गई है।”
उन्होंने कहा, “हमने यह भी देखा कि इस मिशन में सभी चरणों और कार्यों में रॉकेट ने बेहतर प्रदर्शन किया। अपनी लंबी यात्रा की श्रृंखला में एक और सफल मिशन के लिए पीएसएलवी की पूरी टीम को बधाई।”