फिल्म में भूमि पेडनेकर एक पत्रकार के रोल में है जो एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश करती है जिसमें मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया जाता था.
Bhakshak Movie Based on True Real Events and Story, Muzaffarpur Women Shelter case: बॉलीवूड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर फिल्म भक्षक लेकर आ रही है. यह फिल्म आपसे कई ऐसे सवाल कर रही है जिसे शायद हम पिछे छोड़ आए है. फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होनी है. फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है जो लोगों केदिल को छू रही है.
फिल्म का निर्देशन पुलकित ने किया है। फिल्म में भूमि के अलावा संजय मिश्रा, सई ताम्हणकर और आदित्य श्रीवास्तव भी अहम भूमिकाओं में दिखाई देने वाले हैं।
फिल्म में भूमि पेडनेकर एक पत्रकार के रोल में है जो एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश करती है जिसमें मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया जाता था. भूमी इस दौरान कई ऐसे सवाल कर रही है जो आज के समाज को आइना दिखाती है. ट्रलर में दिखाए गए दृश्य आपके रोंगटे खड़े करते हैं.
फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे एक भक्षक शेल्टर होम की आड़ में मासूम लड़कियों के साथ दुष्कर्म करता है. कोई भी उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहा है. वहीं भूमी जो एक पत्रकार इस केस के पीछे लग जाती है. वह बच्चियों के वहां से निकालना चाहती है और दुनिया के सामने उस भक्षक का राज खोलना चाहती है जो कि रक्षक होने का दावा करता है. भूमी इस दौरान कई मुश्किलों का सामना करती है.
फिल्म के ट्रेलर में भूमि एक सवाल करती है कि दूसरों के दर्द में दुखी होना भूल गए क्या आप? क्या अब भी आप अपनी गिणती इंसानों में करते हैं ? या अपने आप को भक्षक मान चुके हैं. भूमि के द्वारा किए गए से सवाल आज के स्वार्थी समाज को आइना दिखाती है जिसे दूसरों के साथ क्या हो रहा है इससे फर्क नहीं पड़ता, जब खूद पर आती है तो दर्द महसूस होता है.
Bhakshak Movie Based on True Real Events and Story:
फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद लोगों के मन में यह सवाल उठा कि क्या फिल्म किसी सच्ची कहानी पर आधारित है ? तो आपको बता दें कि सच्ची घटना पर ही बेस्ड है.
बता दें कि फिल्म मुजफ्फरपुर की एक सच्ची घटना पर आधारित है. भक्षक मुजफ्फरपुर शेल्टर होम' केस को दिखाती है जिसमें ब्रजेश ठाकुर और 11 अन्य को कई नाबालिग लड़कियों के शारीरिक और यौन उत्पीड़न के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। यह केस 2018 में सामने आई थी.
फिल्म में आदित्य श्रीवास्तव बंसी साहू की भूमिका निभा रहे हैं, जो वास्तविक जीवन के मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर से प्रेरित है।
यह घटना तब सामने आई जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) ने 26 मई, 2018 को बिहार सरकार को एक रिपोर्ट पेश की। इससे आश्रय गृह में नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण की ओर पहली बार ध्यान गया।
29 मई, 2018 को, बिहार सरकार ने लड़कियों को शेल्टर होम' से अन्य सुरक्षात्मक सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया। 31 मई 2018 को इस मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. 3 महीने से अधिक समय के बाद, 2 अगस्त, 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम' में 30 से अधिक नाबालिगों पर कथित यौन उत्पीड़न को स्वीकार किया और 28 नवंबर को जांच सीबीआई को स्थानांतरित कर दी।
शेल्टर होम' का संचालन बिहार पीपुल्स पार्टी (बीपीपी) के पूर्व विधायक ब्रजेश ठाकुर द्वारा किया जाता था। उन्हें POCSO अधिनियम के तहत गंभीर यौन उत्पीड़न और सामूहिक बलात्कार का दोषी पाया गया था। वह वर्तमान में 2020 में दिल्ली की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।