रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि साल 2021 का है।
Claim
उत्तर भारत में भारी बारिश और बारिश के कारण हो रहे हादसों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उफ़ान में एक नदी बहती हुई देखी जा सकती है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो हालिया है और उत्तराखंड से सामने आया है।
X यूज़र Rohit Nandan Mishra ने 6 जुलाई 2024 को वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, “सावधान, ऋषि गंगा और tapovan का NTPC का dam टूट गया है। शाम तक पानी चमोली पार कर लेगा। इसलिए अभी कोई भी व्यक्ति हरिद्वार और ऋषिकेश का प्रोग्राम न बनाएं?”
सावधान, ऋषि गंगा और tapovan का NTPC का dam टूट गया है। शाम तक पानी चमोली पार कर लेगा। इसलिए अभी कोई भी व्यक्ति हरिद्वार और ऋषिकेश का प्रोग्राम न बनाएं?#Haridwar #Uttrakhand pic.twitter.com/6Oih9d4pBf
— Rohit Nandan Mishra (@RohitNandanMis3) July 6, 2024
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि साल 2021 का है। अब पुराने वीडियो को हालिया बता वायरल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
Investigation
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उनपर रिवर्स इमेज सर्च किया।
वायरल वीडियो पुराना है
हमें यह वीडियो कई पुराने पोस्ट पर साझा मिला। बता दें कि वीडियो साल 2021 का है। पत्रकार Amish Devgan ने 7 फरवरी 2021 को वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, "Terrifying visuals of the glacier burst in #Uttarakhand god bless our ppl. केदारनाथ कृपा करे । ॐ नमःशिवाय"
Terrifying visuals of the glacier burst in #Uttarakhand god bless our ppl. केदारनाथ कृपा करे । ॐ नमःशिवाय pic.twitter.com/ebL4RbJTrN
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) February 7, 2021
बता दें कि मामले को लेकर न्यूज़ सर्च करने पर हमें 8 फरवरी 2021 की Aaj Tak की प्रकाशित रिपोर्ट मिली जिसमें चमोली, उत्तराखंड अधीन ग्लेशियर टूटने के कारण आई बाढ़ के संबंध में जानकारी दी गई थी।
"वीडियो को लेकर Uttarakhand Police का स्पष्टीकरण"
बता दें कि चमोली पुलिस ने 6 जुलाई 2024 को वायरल वीडियो को फ़र्ज़ी बताया और वीडियो साझा करते हुए लिखा, "???? ???? "खंडन" वर्ष 2021 में रैणी में आयी आपदा की वीडियो को कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वर्तमान परिदृश्य से जोड कर भ्रामक खबर के रूप में दिखाया जा रहा है, जो सत्य से एकदम परे है। कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें।"
मतलब साफ़ था कि अब 2021 के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
Conclusion
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि साल 2021 का है। अब पुराने वीडियो को हालिया बता वायरल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
Result: Misleading
Our Sources:
Tweet Of Amish Devgan Shared On 7 Feb 2021
News Report Of Aajtak Published On 8 Feb 2024
Tweet Of Chamoli Police Uttarakhand Shared On 6 July 2024
किसी खबर पर संदेह? हमें भेजें हम उसका Fact Check करेंगे... हमें "9560527702" पर व्हाट्सएप करें या हमें "Factcheck@rozanaspokesman.com" पर ई-मेल करें।