नौकरियों में इतनी बड़ी कमी की वजह कंपनी के कारोबार में घाटा होगा।
नई दिल्ली - टेलीकॉम सेक्टर की बड़ी कंपनियों में शुमार वोडाफोन ग्रुप ने 11 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बनाई है. वोडाफोन कंपनी की नई बॉस मार्गेरिटा डेला वैले (Margherita Della Valle) ने कहा कि अगले तीन साल में 11,000 नौकरियों में कटौती की जाएगी। नौकरियों में इतनी बड़ी कमी की वजह कंपनी के कारोबार में घाटा होगा।
कंपनी के नए अध्यक्ष ने कहा कि वोडाफोन के कैश फ्लो में तेजी से गिरावट की उम्मीद है। इस साल करीब 1.5 अरब यूरो की कमी का अनुमान है। डेला वैले ने कहा कि स्थायी नियुक्तियों और कंपनी का प्रदर्शन पिछले एक महीने में अच्छा नहीं रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेला वैले ने कहा कि हमारी प्राथमिकता ग्राहक, सरलता और विकास है। ऐसे में दूरसंचार क्षेत्र की दौड़ में बने रहने के लिए जटिलताओं को दूर करने के साथ-साथ संगठन का सरलीकरण किया जाएगा। इसके चलते नौकरियों में कटौती जरूरी है।
वोडाफोन ग्रुप भारत समेत कई देशों में कारोबार करता है। इस कंपनी में करीब 1 लाख लोग काम करते हैं। कंपनी के लिए 11,000 नौकरियों में कटौती अब तक की सबसे बड़ी कटौती है।
वोडाफोन ने कहा कि वह इस वित्त वर्ष में करीब 3.3 अरब यूरो की नकदी पैदा करेगी। वहीं, मार्च के अंत तक करीब 3.6 अरब यूरो की उम्मीद थी, जबकि विशेषज्ञों ने 4.8 अरब यूरो की उम्मीद की थी। वोडाफोन आइडिया के साथ मिलकर भारत में दूरसंचार सेवाएं मुहैया कराती है। पिछले कुछ सालों से इसके कारोबार में गिरावट आ रही है। वैश्विक स्तर पर इतनी बड़ी संख्या में छंटनी करने वाली यह टेलीकॉम सेक्टर की पहली कंपनी होगी।
जर्मनी कंपनी का सबसे बड़ा बाजार है। यहां भी कंपनी का खराब प्रदर्शन जारी है। समूह का मुख्य राजस्व 1.3 प्रतिशत गिरकर 14.7 बिलियन यूरो हो गया।