मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल होता है।
Deal with mental health and emotions in this way: आज कल के भागदौड़ भरे जीवन और दिखावट के दौर में लोग शारीरिक स्वास्थ्य को प्रथम स्थान पर रख कर अपनी मानसिक अवस्था को नजरअंदाज कर देते है। मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल होता है। हमारे आस-पास भी ऐसे बहुत से लोग होते है जो शारीरिक रूप से एकदम स्वस्थ मालूम पड़ते है, लेकिन मानसिक दर पर कई तरह के तनाव व चिंता से जूझ रहे होते है।
हम ऐसे कुछ सुझाव लेकर आए हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं:
नियमित रूप से करे दिनचर्या का पालन
आप भले ही जिंदगी में कई समस्याओं से घिरे हुए हो परंतु आपको अपनी दिनचर्या का पालन पुरे अनुशासन के साथ करना चाहिए, इससे आपका ध्यान समस्या से हट कर समाधान की तरफ केंद्रित होगा और आप खुद में एक पोजिविटी महसूस करेंगे।
आत्म-खोज भी है जरूरी
खुद के बारे में जानकारी रखना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य माना जाता है क्योंकि इससे वह खुद की खामियों और गुणों के बारे में विस्तार रूप से जान पाता है और दुनिया को लेकर उसका नज़रीया बनता है।
खुद को स्वीकारें
वास्तविकता को स्वीेकारें और खुद से बोलें कि हां मैं जैसा हूं बेहतर हूं क्योंकि मनोविज्ञान के अनुसार जो लोग खुद में खुश रहते है वह सबसे आकर्षक माने जाते है और वह अपने साथ-साथ दूसरों कि खुशी की भी वजह बनते है। आप अपनी कमियों पर काम कर सकते है इससे आपकी रूचि नई चीजों को सीखने में बढ़ती है।