कांग्रेस इस सीट पर 1999 से लगातार जीत दर्ज करती आई है।
चंडीगढ़ : जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के बाद अब 13 मई शनिवार को मतगणना होगी जिसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं । कांग्रेस पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली जालंधर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में आप, कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के बीच चतुष्कोणीय चुनावी मुकाबला रहा।
कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी की जनवरी में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी और उसी के चलते इस सीट पर उपचुनाव कराया गया है।
उपचुनाव को एक साल पुरानी भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के कार्य प्रदर्शन की परीक्षा के रूप में भी देखा जा रहा है जो मुफ्त बिजली, युवाओं को रोजगार, ठेका कर्मचारियों को नियमित करने तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जैसे बहुत से मुद्दों पर सक्रियता से कार्रवाई करने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी।
कांग्रेस भी जालंधर सीट पर अपनी पकड़ बरकरार रखने की पूरी कोशिश में है जिसे उसका गढ़ माना जाता है। कांग्रेस इस सीट पर 1999 से लगातार जीत दर्ज करती आई है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और कपूरथला रोड स्थित निदेशक भू-अभिलेख एवं स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर के कार्यालय में स्थापित मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
इस सीट के लिए चुनाव मैदान में 19 उम्मीदवार हैं जिनमें आप के सुशील रिंकू, कांग्रेस की करमजीत कौर चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इंदर इकबाल सिंह अटवाल और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के सुखविंदर कुमार सुखी शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि 10 मई को हुए उपचुनाव में 54.70 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत 63.04 प्रतिशत रहा था।