ज्ञात हो कि सभी जमीनदाता आदिवासी समुदाय के है ..
गोड्डा, (संवाददाता): ईसीएल राजमहल परियोजना के एरिया कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने तालझारी गांव एवं बड़ा भोराई लोहार टोला के दर्जनों जमीनदाताओं ने अपनी मांगों को लेकर आज बुधवार को दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन किया. वहीं जमीनदाताओं ग्राम बड़ा भोराय लोहार टोला का कहना है कि ईसीएल राजमहल परियोजना को उत्खनन के लिए जमीन वर्ष 2008 मैं विस्थापित किया गया है लेकिन परियोजना प्रबंधन द्वारा 14 जमीन दाताओं को घर बनाने के लिए जमीन पुनर्वास स्थल पर अभी तक नहीं दिया गया है.
ज्ञात हो कि सभी जमीनदाता आदिवासी समुदाय के है इन सभी लोगों को कब्रिस्तान उपलब्ध कराना आवश्यक है. उल्लेखनीय है कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो कब्रिस्तान नहीं रहने के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है . वही ग्रामीणों की मांग है कि पुनर्वास स्थल पूजा स्थल जाहिर खान मांझी स्थान एवं गिरजाघर तथा कब्रिस्तान के लिए जमीन उपलब्ध कराया जाए वहीं दूसरी ओर तालझारी मौजा के जमाबंदी नंबर 2, 3, 4, 5, 6,7, 9, 10,11,12,13,14,15,16,17,18,19,20,21,22,23,2425, 26,27,28,29,31,32,33,34,35,36,37,38, सभी जमाबंदी जमीन ईसीएल राजमल परियोजना द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया है.
ज्ञात हो कि राजमहल परियोजना यह जमाबंदी जमीन अधिग्रहण के पश्चात रैय त के वारिसानो को बीते तीन-चार वर्ष हो गया है अभी तक विस्थापितों को प्लॉट नहीं दिया गया है जिसे भूदाताओं में काफी आक्रोश है. ज्ञात हो कि ईसीएल परियोजना प्रबंधन द्वारा मांझी स्थान जाहिर स्थान कब्रिस्तान अभी तक नहीं दिया गया है जिससे तालझारी मौजा के जमाबंदी रैयतकाफी कस्टम यजीवन व्यतीत कर रहे हैं विस्थापित रैयत द्वारा शीघ्र पुनर्वास हेतु प्लॉट की मांग की जा रही है.