मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे पुलिसवाले भी हैरान रह गए.
Hathras News: उत्तर प्रदेश के हाथरस से अंधविश्वास से जुड़ी एक ऐसी घटना सामने आई है जो आपको हैरान करेगा और सोचने पर मजबूर कर देगा. यहां एक नीजी स्कूल की प्रगति के लिए एक 7 साल के मासूम बच्चे की जान ले ली गई. इस हत्याकांड से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया. इस मामले में अब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. हत्या में शामिल स्कूल संचालक उसके पिता और तीन शिक्षकों समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
इसके साथ ही मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे पुलिसवाले भी हैरान रह गए. स्कूल प्रशासक के पिता ने यह सब व्यवस्था की थी। वो भी सिर्फ इसलिए ताकि उनका स्कूल आगे बढ़ सके. स्कूल प्रशासक के पिता जशोधन सिंह, जो तंत्र-मंत्र करता था. बच्चे की हत्या इसलिए की क्योंकि उनका मानना था कि बच्चे की बलि देने के बाद उनका स्कूल और काम धंधा अच्छा चलने लगेगा.
मामला सहपऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव रसगवां का है। डीएल पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल यहीं स्थित है। स्कूल की दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला 11 वर्षीय छात्र कृतार्थ कुशवाहा तुरसेन का रहने वाला था. कुछ दिन पहले कृतार्थ की हत्या कर दी गई थी. बच्चे का शव स्कूल संचालक की कार से बरामद किया गया. इस संबंध में कृतार्थ के पिता कृष्ण कुमार ने 23 सितंबर को स्कूल संचालक समेत कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.
इसके बाद पुलिस अधिकारी ने उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया. अब जब पुलिस ने पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तो यह बात सामने आई है कि स्कूल संचालक दिनेश बघेल के पिता जशोधन सिंह ने स्कूल की प्रगति के लिए बच्चे की बलि देने की योजना बनाई थी. उन्हें दो बच्चों की बलि देनी पड़ी. एक बच्चे की बलि दे दी लेकिन दूसरे की बलि देने में असफल रहे.
(For more news apart from Hathras News A 7 year old class two boy was sacrificed for the progress of a school in Hathras up news, stay tuned to Rozana Spokesman)