BSE ने 2000 में पहली बार सेंसेक्स-30 विकल्प और वायदा पेश किया था।
मुंबई : BSE ने सोमवार को देश के प्रमुख एक्सचेंज में वायदा कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सेंसेक्स और बैंकेक्स वायदा अनुबंधों को फिर से पेश किया। BSE ने कहा कि वायदा अनुबंधों की इस पेशकश के तहत वायदा और विकल्पों के लॉट आकार घटे हुए होंगे। इसके अलावा सौदे समाप्त होने के नए चक्र की शुरुआत भी होगी।
शेयर बाजार में हेजिंग जोखिम के चलते वायदा कारोबार को अधिक जोखिम और अधिक प्रतिफल वाला वित्तीय साधन माना जाता है।
BSE ने 2000 में पहली बार सेंसेक्स-30 विकल्प और वायदा पेश किया था।
बीएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ सुंदररमन राममूर्ति ने सोमवार को कहा, ''हम दो अनुबंधों- सेंसेक्स और बैंकेक्स को फिर से पेश कर रहे हैं। सेंसेक्स एक प्रसिद्ध बेंचमार्क और भारत की अर्थव्यवस्था का प्रतीक है।''
बीएसई के मुताबिक सेंसेक्स के लिए वायदा और विकल्प का लॉट आकार 15 से घटाकर 10 कर दिया गया है। बैंकेक्स के मामले में लॉट आकार 20 से घटाकर 15 कर दिया गया है।