एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी भी 178.20 अंक यानी 0.97 प्रतिशत चढ़कर 18,499.35 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई: घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन बढ़त में रहे और सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से सेंसेक्स में 629 अंक का उछाल आया। वैश्विक बाजारों के मजबूत संकेतों और विदेशी पूंजी का निवेश जारी रहने से बाजार में मजबूती रही। तीस शेयरों पर बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 629.07 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की छलांग लगाते हुए 62,501.69 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान इसमें एक समय 657.21 अंक तक की तेजी देखी गई थी।
एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी भी 178.20 अंक यानी 0.97 प्रतिशत चढ़कर 18,499.35 अंक पर बंद हुआ। यह शेयर बाजारों में तेजी का लगातार दूसरा दिन रहा। बृहस्पतिवार को भी सेंसेक्स 98.84 अंक चढ़ा था और निफ्टी में 35.75 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी।
सेंसेक्स के समूह में शामिल तीस कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज में सर्वाधिक 2.79 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और टाइटन के शेयरों में भी बढ़त रही। दूसरी तरफ भारती एयरटेल, पावर ग्रिड और एनटीपीसी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। इस बीच सेंसेक्स का मिडकैप सूचकांक 0.82 प्रतिशत उछला जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.49 प्रतिशत की बढ़त रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़े अगले हफ्ते आने वाले हैं। ऐसा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2022-23 में वृद्धि दर सात प्रतिशत से अधिक रहेगी। मॉनसून के सामान्य रहने की उम्मीद और विदेशी निवेशकों की सक्रियता भी घरेलू बाजारों में कारोबारी धारणा को मजबूती दे रही है।"
तेजी के दौर में आईटी सूचकांक 1.34 प्रतिशत चढ़ गया जबकि रियल्टी सूचकांक में 1.31 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में शुरूआती सुस्ती देखी जा रही थी। एक दिन पहले अमेरिकी बाजारों में तेजी की स्थिति रही थी।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) का भारतीय बाजारों में निवेश का बढ़ना जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने 589.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत चढ़कर 76.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।