सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक 3.71 प्रतिशत चढ़ गया।
मुंबई: अमेरिकी बाजारों के सकारात्मक रुख तथा विदेशी कोषों के सतत प्रवाह के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 344.69 अंक या 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62,846.38 अंक पर पहुंच गया। दिन में कारोबार के दौरान सेंसेक्स 524.31 अंक यानी 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 63,026 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 99.30 अंक या 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,598.65 अंक पर पहुंच गया। तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,072 अंक या 1.8 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं इस दौरान निफ्टी में 313 अंक या दो प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ है।
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक 3.71 प्रतिशत चढ़ गया। कंपनी का मार्च तिमाही का एकीकृत मुनाफा 18 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं 2022-23 में कंपनी ने अपना सबसे ऊंचा 10,282 करोड़ रुपये का सालाना मुनाफा कमाया है।
टाइटन, टाटा स्टील, एचडीएफसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं एचसीएल टेक, पावरग्रिड, मारुति, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर नीचे आ गए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘सकारात्मक वैश्विक रुझान और घरेलू आर्थिक वृद्धि मजबूत रहने की संभावना के बीच सेंसेक्स और निफ्टी आज अपने सर्वकालिक उच्चस्तर के करीब पहुंच गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका में ऋण सीमा बढ़ाने को लेकर सैद्धान्तिक मंजूरी से वैश्विक निवेशकों में उत्साह है। अब उन्हें फेडरल रिजर्व की अगली मौद्रिक योजना का इंतजार है।’’ बीएसई मिडकैप 0.41 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 0.30 प्रतिशत के लाभ में रहा। अन्य एशियाई बाजारों में जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ मे रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नीचे आ गया।
दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैकार्थी के बीच देश की ऋण सीमा बढ़ाने को लेकर रविवार को अंतिम सहमति बन गई है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 350.15 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.17 प्रतिशत टूटकर 76.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।