इस जगह पर विवेकानंद 1897 में कुछ दिन ठहरे थे।
चेन्नई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि यहां ‘विवेकानंद हाउस’ में ध्यान करने के बाद वह प्रेरित और ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं। इस जगह पर विवेकानंद 1897 में कुछ दिन ठहरे थे। यहां श्री रामकृष्ण मठ की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि उनके मन में रामकृष्ण मठ के प्रति गहरा सम्मान है और इसने उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मुझे उस विवेकानंद हाउस में जाने का अवसर मिला जहां स्वामी विवेकानंद पश्चिम की अपनी प्रसिद्ध यात्रा से लौटने के बाद रुके थे। यहां ध्यान करना एक विशेष अनुभव था जिससे मैं प्रेरित और ऊर्जावान महसूस करता हूं। मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि प्राचीन विचार-दर्शन आधुनिक तकनीक के माध्यम से युवा पीढ़ी तक पहुंच रहे हैं।’’
रामकृष्ण मिशन के संन्यासियों की मौजूदगी के बीच प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। शहर में ‘‘विवेकानंदर इल्लम’’ (विवेकानंद हाउस) एक ऐतिहासिक स्थान है जहां विवेकानंद 1897 में नौ दिन के लिए रुके थे। स्मृति चिह्न के रूप में प्रधानमंत्री को विवेकानंद की प्रतिमा भेंट की गई। राज्यपाल आर एन रवि, तमिलनाडु के उद्योग मंत्री थंगम थेनारासु, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन भी इस दौरान मौजूद थे।