रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया।
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ने अपने मुख्य पृष्ठ पर एक खबर प्रकाशित की जिसमें दावा किया गया कि भारत ने पाकिस्तान में फिर से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है। दावा किया गया कि इस ऑपरेशन को भारत के स्पेशल कमांडो ने पियोका के कोटली इलाके में अंजाम दिया, जिसमें आतंकियों के 4 लॉन्चिंग पैड तबाह कर 8 आतंकी मारे गिराए गए।
मीडिया हाउस दैनिक जागरण ने यह खबर 22 अगस्त को अपने मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित की जिसका स्क्रीनशॉट नीचे देखा जा सकता है।
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। डिफेंस पीआरओ ने मीडिया में बयान जारी कर इस खबर का खंडन किया है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस दावे से जुड़ी खबरें ढूंढनी शुरू कीं। आपको बता दें कि हमें इस मामले की पुष्टि करने वाली कोई खबर नहीं मिली, लेकिन हमें वायरल दावे का खंडन करने वाली कई आधिकारिक रिपोर्टें मिलीं।
पीआईबी ने इस खबर का खंडन किया है
आपको बता दें कि हमें पीआईबी के वायरल दावे का खंडन करने वाला उनका 22 अगस्त 2023 का ट्वीट मिला। ट्वीट को नीचे देखा जा सकता है:
.@JagranNews द्वारा दावा किया गया है कि भारत ने पाकिस्तान पर फिर से सर्जिकल स्ट्राइक की#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 22, 2023
✔️यह दावा गलत है।
✔️21 अगस्त को जनरल एरिया हमीरपुर में घुसपैठ की कोशिश को सेना द्वारा नाकाम किया गया था जिसका विवरण @prodefencejammu ने मीडिया के साथ साझा किया था। pic.twitter.com/CDG4I6TzpQ
इस सर्च में हमें न्यूज़लॉन्ड्री की एक खबर मिली। खबर में जम्मू में तैनात रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्थवाल ने वायरल खबर का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह मीडिया संस्थान को नोटिस जारी कर रहे हैं क्योंकि संगठन ने खबर के संबंध में हमारे किसी भी कार्यालय से बात नहीं की थी।
उन्होंने कहा कि 21 अगस्त को सेना की ओर से जारी बयान में बालाकोट में 2 आतंकियों के मारे जाने की खबर साझा की गई थी लेकिन मीडिया संस्थान ने इसे नया रूप दे दिया।
बता दें कि जनसत्ता की रिपोर्ट में रक्षा मंत्रालय ने वायरल दावे का खंडन किया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
हमने अपनी जांच में पाया कि मीडिया आउटलेट (जागरण) ने अपनी खबर को अपडेट कर दिया था और सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को हटा दिया था। इस खबर को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। डिफेंस पीआरओ ने मीडिया में बयान जारी कर इस खबर का खंडन किया है।