उन्होंने कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में सुनियोजित तरीके से हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया।
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि सत्ता के संरक्षण में तुष्टिकरण के कारण हिंसा की आग भड़क रही है। पूर्व नियोजित साजिश के तहत रामनवमी के पावन मौके पर पूरे बिहार को अशांत करने की साजिश की उच्चस्तरीय जांच हो। बिहार अभी पूरी तरह से दहक रहा है और सत्ताधारी दल व सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
प्रसाद ने कहा है कि सासाराम, नालंदा, नवगछिया और गया के बाद अब मुजफ्फरपुर में भी दो समुदायों में मारपीट और आगजनी की घटना से माहौल तनावपूर्ण है। मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर बखरी गांव के स्थानीय चौक पर कुछ उपद्रवियों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। साथ ही पत्थरबाजी भी की है। बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया में भी शनिवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव करते हुए हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया। इसमें एक महिला जहां बुरी तरह घायल हो गई, वहीं पथराव में दर्जन भर लोग चोटिल हुए।
उन्होंने कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में सुनियोजित तरीके से हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया। हिंसा, लूटपाट व आगजनी को रोकने में सरकार बुरी तरह विफल रही है। विगत चार दिन से उपद्रव जारी है। दुखद है कि अब तक सरकार उपद्रवियों पर नियंत्रण करने में विफल रही है। अर्ध्य सैनिक बलों की तैनाती में जानबूझ कर लापरवाही बरती गई।
उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासन की लापरवाही खुल कर सामने आई है। पूरा प्रशासनिक तंत्र हिसक घटनाओं के दौरान जहां मूक दर्शक बना रहा वहीं बाद में पीड़ितों व प्रभावितों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई में जुट गया है। राज्य सरकार का खुफिया तंत्र इस पूरे मामले में नकारा और विफल साबित हुआ है। बिहार के करीब आधे दर्जन स्थानों पर हुए हिंसक वारदातों की उच्च स्तरीय जांच हो और पूरे बिहार को अशांत करने की साजिश करने वालों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाय