150th anniversary of Vande Mataram: वंदे मातरम् की विरासत से लेकर नए भारत की ऊर्जा तक- PM मोदी की बड़ी बातें

खबरे |

खबरे |

150th anniversary of Vande Mataram: वंदे मातरम् की विरासत से लेकर नए भारत की ऊर्जा तक- PM मोदी की बड़ी बातें
Published : Dec 8, 2025, 2:38 pm IST
Updated : Dec 8, 2025, 2:38 pm IST
SHARE ARTICLE
'Vande Mataram Became The Freedom Movement's Mantra, But It's More Than That': PM Modi In Lok Sabha
'Vande Mataram Became The Freedom Movement's Mantra, But It's More Than That': PM Modi In Lok Sabha

“हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।”- PM मोदी

Vande Mataram Lok Sabha Debate: संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, और सदन में विभिन्न बिलों पर चर्चाएं जारी हैं। इस बीच SIR और BLO की मौतों, इंडिगो संकट और प्रदूषण के मुद्दों पर विशेष ध्यान रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में वंदे मातरम् पर विशेष चर्चा की शुरुआत की और कहा कि आज हम इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं, जब संसद में इस विषय पर विचार-विमर्श हो रहा है।

संसद में ‘वंदे मातरम्’के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, “जिस मंत्र और जयघोष ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण इस सदन में हम सभी के लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।”

पीएम मोदी ने कहा, जब वंदे मातरम् के 50 वर्ष पूरे हुए थे, तब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। जब इसके 100 वर्ष पूरे हुए, तब देश आपातकाल के अंधेरे में था। आज जब इसके 150 वर्ष हो रहे हैं, तो भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और तेजी से आगे बढ़ रहा है, प्रधानमंत्री ने कहा, “यह वह पवित्र वंदे मातरम् है जिसने स्वतंत्रता संग्राम को साहस और संकल्प का रास्ता दिखाया, आज इस सदन में उसका स्मरण करना हम सबके लिए महान सौभाग्य और गर्व का विषय है।

'वंदे मातरम् गाने पर लगा था जुर्माना...', पीएम मोदी ने संसद में सुनाया किस्सा

पीएम मोदी ने वंदे मातरम् से जुड़ा किस्सा सुनाते हुए कहा- 20 मई 1906 को बारीसाल ( अब बांग्लादेश में है) में वंद मातरम् जुलूस निकाला, जिसमें 10 हजार से ज्‍यादा सड़कों पर उतरे थे। इसमें हिंदू और मुस्लिम समेत सभी धर्म और जातियों के लोगों ने वंदे मातरम् के झंडे हाथ में लेकर सड़कों पर मार्च किया था। रंगपुर के एक स्कूल में जब बच्चों ने यह गीत गाया तो अंग्रेजी सरकार ने 200 छात्रों पर 5-5 रुपये का जुर्माना सिर्फ इसलिए लगा दिया कि उन्होंने वंदे मातरम् कहा था। इसके बाद ब्रिटिश हुक्मरानों  ने कई स्कूलों में वंदे मातरम् गाने पर पाबंदी लगा दी थी।

वंदेमातरम् में हजारों वर्ष की सांस्कृतिक ऊर्जा भी थी, इसमें आजादी का जज्बा भी था और आजाद भारत का विजन भी था. अंग्रेज समझ चुके थे कि 1857 के बाद भारत में लंबे समय तक टिक पाना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है. जिस प्रकार के सपने लेकर वे आए थे, उन्हें यह साफ दिखने लगा कि जब तक भारत को बांटा नहीं जाएगा, लोगों को आपस में लड़ाया नहीं जाएगा, तब तक यहां राज करना कठिन है. तब अंग्रेज़ों ने ‘बांटो और राज करो’ का रास्ता चुना, और उन्होंने बंगाल को इसकी प्रयोगशाला बनाया.

'वंदे मातरम् नारा बंगाल को प्रेरणा देता था'- पीएम मोदी

हमारे जांबाज सपूत बिना किसी डर के फांसी के तख्त पर चढ़ जाते थे और आखिरी सांस तक वंदे मातरम् कहते थे. खुदीराम बोस, अशफ़ाक उल्ला ख़ान, राम प्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी…हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने वंदे मातरम् कहते हुए फांसी को चूम लिया।यह अलग-अलग जेलों में होता था, लेकिन सबका एक ही मंत्र था, वंदे मातरम.अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया, तो वंदे मातरम् चट्टान की तरह खड़ा रहा।

यह नारा गली–गली का स्वर बन गया। अंग्रेजों ने बंगाल विभाजन के माध्यम से भारत को कमजोर करने की दिशा पकड़ ली थी लेकिन वंदे मातरम् अंग्रेजों के लिए चुनौती और देश के लिए शक्ति की चट्टान बनता गया. बंगाल की एकता के लिए वंदे मातरम् गली–गली का नारा बन गया था, और यही नारा बंगाल को प्रेरणा देता था.

वंदे मातरम के लिए मैदान में उतरे माताएं बच्चे- पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि वंदे मातरम् गीत को लेकर अंग्रेजों ने कठोर कानून बनाए. सैकड़ों महिलाओं ने आजादी की लड़ाई में योगदान दिया. बारीसाल में वंदे मातरम् गाने पर सर्वाधिक जुल्म हुए थे. आज बारीसाल भारत का हिस्सा नहीं रहा। उस समय वहां की माताएं, बहनें, बच्चे वंदे मातरम् के स्वाभिमान के लिए मैदान में उतरे थे. तब बारीसाल की वीरांगना शांति घोष ने कहा था, 'जब तक ये प्रतिबंध नहीं हटता है,मैं अपनी चूड़ियां निकाल देती हूं.तब चुड़ियां निकालना बहुत बड़ी बात होती थी.'

 वंदे मातरम् को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला
पीएम ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ से 15 अक्टूबर 1936 को वंदे मातरम् के खिलाफ नारा बुलंद किया। कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। बजाय इसके कि नेहरू मुस्लिम लीग के आधारहीन बयानों को करारा जबाब देते, उसकी निंदा करते, लेकिन उल्टा हुआ। उन्होंने वंदे मातरम् की ही पड़ताल शुरू कर दी।

नेहरू ने 5 दिन बाद नेताजी को चिट्ठी लिखा. उसमें जिन्ना की भावना से सहमति जताते हुए लिखा कि वंदे मातरम् की आनंदमठ वाली पृष्ठभूमि से मुसलमालों को चोट पहुंच सकती है. वे लिखते हैं- ये जो बैकग्राउंड है, इससे मुस्लिम भड़केंगे. कांग्रेस का बयान आया- 26 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी, जिसमें वंदे मातरम् के उपयोग की समीक्षा होगी. इस प्रस्ताव के खिलाफ लोगों ने देश भर में प्रभात फेरियां निकालीं, लेकिन कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस चलते-चलते  MNC(मल्टीनेशनल कंपनी) बन गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए और यह उसका तुष्टीकरण की राजनीति करने का तरीका था। तुष्टीकरण के दबाव में कांग्रेस वंदे मातरम के बंटवारे के लिए झुकी, और यही कारण था कि एक दिन कांग्रेस को भारत के बंटवारे के लिए भी झुकना पड़ा। दुर्भाग्य से कांग्रेस की नीतियां आज भी वैसी की वैसी ही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनके साथ कांग्रेस जुड़ी है, वे वंदे मातरम पर विवाद पैदा करते हैं। कसौटी का समय आने पर ही यह साबित होता है कि हम कितने दृढ़ और सशक्त हैं। 1947 में देश की आज़ादी के बाद चुनौतियां और प्राथमिकताएं बदल गईं, लेकिन जब-जब संकट आया, देश ने हर बार वंदे भारत की भावना के साथ आगे बढ़कर उसका सामना किया। आज भी 15 अगस्त और 26 जनवरी के अवसर पर यही भावना दिखाई देती है।

(For more news apart from 'Vande Mataram Became The Freedom Movement's Mantra, But It's More Than That': PM Modi In Lok Sabha news in hindi,stay tuned to Rozanaspokesman Hindi) 

SHARE ARTICLE

ROZANASPOKESMAN

Advertisement

 

'हमारा गांव बिकाऊ है' पोस्टर विवाद बढ़ा, SHO के खिलाफ कार्रवाई

03 Jun 2025 5:49 PM

रोती हुई महिला ने निहंग सिंह पर लगाया आरोप बेअदबी, फिरोजपुर जमीन विवाद निहंग सिंह मामला

03 Jun 2025 5:48 PM

पंजाब किंग्स की जीत! मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में बनाई जगह, अब RCB से होगी बड़ी टक्कर

02 Jun 2025 6:41 PM

Punjab Kings Vs RCB ! सुनें दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज मोहित शर्मा किसका कर रहे हैं समर्थन

02 Jun 2025 6:39 PM

जेल से बाहर आने के बाद जगदीश भोला का EXCLUSIVE वीडियो

02 Jun 2025 6:37 PM

राजबीर कौर ने बताया कपिल शर्मा और भारती बहुत शरारती हैं, Rajbir kaur Exclusive Interview

02 Jun 2025 6:35 PM