विभिन्न कुर्मी समुदायों द्वारा रेल नाकाबंदी के कारण स्थानीय और लंबी दूरी के यात्रियों को काफी नुकसान हुआ है।
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विभिन्न कुर्मी समुदायों के तीन दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन के परिणामस्वरूप शुक्रवार को खड़गपुर-टाटानगर और आद्रा-चंडिल के महत्वपूर्ण दक्षिण पूर्व रेलवे खंडों में कम से कम 64 एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं। दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर)के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
विभिन्न कुर्मी समुदायों द्वारा रेल नाकाबंदी के कारण स्थानीय और लंबी दूरी के यात्रियों को काफी नुकसान हुआ है। ये समूह कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन मांगों में समुदाय को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता, सरना धर्म को मान्यता और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करना शामिल है।
दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी ने कहा कि चूंकि पांच अप्रैल को आद्रा भाग के आद्रा-चंडिल खंड में कुस्तौर स्टेशन और दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर हिस्से के खड़गपुर-टाटानगर खंड में खेमासुली स्टेशन पर रेलवे से संबंधित मुद्दों पर लोगों के एक समूह ने नाकाबंदी शुरू की थी, लिहाजा 225 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
खेमासुली, पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में है, जबकि कुस्तौर पुरुलिया जिले में स्थित है।
कुर्मी समुदाय, दक्षिण दिनाजपुर, पुरुलिया, झारग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में विरोध कर रहे हैं। कुर्मी को वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
एसईआर अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को रद्द की गई ट्रेनों में 12262 हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी दुरंतो एक्सप्रेस, 12860 हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी गीतांजलि एक्सप्रेस, 12021/12022 हावड़ा-बारबिल-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस, 12152 शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस और 12833/12834 अहमदाबाद-हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस शामिल हैं।