अधिकारियों ने बताया कि ‘छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ’ के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया है।
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिरनपुर हिंसा के दौरान मारे गए युवक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने युवक के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ’ के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू और अन्य पदाधिकारियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने हिंसा में मारे गए युवक भुनेश्वर साहू के परिजनों को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आयुक्त के नेतृत्व में घटना की उच्च स्तरीय प्रशासकीय जांच के निर्देश दिए हैं। आयुक्त एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य के निवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। बेमेतरा शहर से 60 किलोमीटर दूर स्थित बिरनपुर गांव में आठ अप्रैल को स्कूली बच्चों के बीच लड़ाई के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी।
इस झड़प में एक स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई थी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। स्थानीय प्रशासन ने गांव में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगा दी है जिसके अनुसार चार या उससे अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। वहीं गांव की ओर जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने बंद कर दिया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव और उसके आसपास करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।.
बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ हिंदू संगठनों ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था। बंद के दौरान राज्य के अधिकांश शहरों में दिन भर दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिंसा प्रभावित बिरनपुर गांव के पास एक अन्य गांव में पुलिस ने मंगलवार को दो लोगों का शव बरामद किए।