गहलोत ने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को खुश करना आसान काम होता है।
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनने का भरोसा जताते हुए शुक्रवार को कहा कि इस बार वह ‘मिशन 156’ लेकर चल रहे हैं। इसके साथ ही गहलोत ने पंजाब में अलगाववादी अमृतापाल से जुड़े घटनाक्रम के लिए भाजपा व आरएसएस की ‘हिंदू राष्ट्र’ की सोच पर निशाना साधा।
राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन क्या कांग्रेस यहां लगातार दुबारा सरकार बना पाएगी? यह पूछे जाने पर गहलोत ने भरतपुर में संवाददाताओं से कहा,‘‘इस बार तो मिशन 156 (सीट) ... पहली बार जब मैं मुख्यमंत्री बना तो हम 156 सीट जीतकर आए थे, इस बार भी मैं मिशन-156 की बात कर रहा हूं।’’
अपनी सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं व बजट की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने विश्वास जताया कि मतदाता एक बार फिर कांग्रेस को मौका देंगे। उन्होंने कहा कि हमने अपने अब तक के कार्यकाल में कोई कर नहीं लगाया और महंगाई के जमाने में लोगों को राहत दे रहे हैं। इससे पहले कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गहलोत ने पंजाब में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह को लेकर भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सोच पर निशाना साधा और कहा कि हमें देश की चिंता करनी चाहिए।
गहलोत ने कहा,‘‘देश हित में यही है कि अगर आप सब धर्म व जाति के लोगों को साथ लेकर चलेंगे तो यह देश एकजुट और अखंड रहेगा। एक नया आदमी अमृतपाल सिंह आ गया है जो कह रहा है कि अगर मोहन भागवत व नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो मैं खालिस्तान की बात क्यों नहीं करूं। उसकी ऐसी हिम्मत क्यों हुई है ... आप हिंदू राष्ट्र की बात कैसे कर सकते हैं।’’
गहलोत ने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को खुश करना आसान काम होता है। इसी तरह आग लगाना बड़ा आसान काम होता है, आग को बुझाने में वक्त लगता है। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के लिए बहुत खतरनाक बात है। ऐसी बात पहली बार कोई बोला है। हमें मुल्क के भविष्य की चिंता करनी चाहिए।’’
पार्टी कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने व मिलकर काम करने का आह्वान करते हुए गहलोत ने कहा,‘‘ आपको लगातार पार्टी का सहयोग मजबूती से करना है। मैं फिर कहना चाहूंगा कि हर पार्टी में छोटे-मोटे मतभेद होते हैं, हर पार्टी की कुछ शिकायतें भी होती हैं। हमें सब मालूम है।’’
गहलोत ने कहा कि वह जिंदगी भर कांग्रेस संगठन में रहे हैं और उनसे ज्यादा संगठन के मर्म को कोई नहीं समझ सकता। स्वास्थ्य का अधिकार (आरटीएच) विधेयक के खिलाफ निजी अस्पतालों व चिकित्सकों की हड़ताल पर गहलोत ने कहा कि चिकित्सकों को अपनी हड़ताल समाप्त करनी चाहिए और उनकी सोच सही नहीं है।
गहलोत ने कहा,‘‘मैं उनसे आग्रह करूंगा कि आपका यह तरीका गलत है। लोगों में आक्रोश है, हम निजी अस्पतालों को सब तरह से समर्थन करना चाह रहे हैं। अगर प्रक्रिया में उनको कोई तकलीफ हो रही है तो उसे हम ठीक कर देंगे।’’